Tuesday, January 19, 2010

राहुल का मिशन यूथ

युवाओं की हिस्सेदारी के जरिये देश की राजनीति में सार्थक बदलाव लाने के अपने राष्टï्रव्यापी अभियान के नवीनतम पड़ाव में राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के युवाओं को अपनी सादगी एवं साफगोई से अभिभूत कर दिया। प्रदेश के तमाम बड़े शहरों के युवाओं से रूबरू होते हुए उन्होंने विभिन्न सवालों एवं शंकाओं के जो भी उत्तर दिये उनमें इतनी पारदर्शिता थी कि युवा उनके शब्दों के जरिये उनके दिल में झांक सकते थे। उनके बयानों में किसी राजनीतिज्ञ की धूर्ततापूर्ण वाकपटुता नहीं बल्कि आम हिंदुस्तानी के मन में पल रही बेचैनी ही झलक रही थी। उन्होंने यह स्वीकारने में कोई गुरेज नहीं किया कि गांधी नेहरू परिवार का सदस्य होने के कारण वे शार्टकट से ही ऐसी राजनीतिक बुलंदियों पर पहुंच सके हैं, जो सामान्य तरीके से राजनीति में दाखिल होने वाले युवाओं के लिए संभव नहीं होती। राहुल गांधी ने अपने इस दौरे में प्रदेश के युवाओं को यह संदेश देने की पुरजोर कोशिश की कि सियासत की बुराइयों के लिए सिर्फ वर्तमान राजनीतिक ढांचे एवं वर्तमान राजनीतिज्ञों को कोसने से कुछ नहीं होगा बल्कि युवकों को खुद ही राजनीति में आकर इन विकृतियों को दूर करने के संकल्पबद्ध प्रयास करने होंगे। जब एक छात्र ने उनसे पूछा कि उन्हें राजनीति में आने से क्या फायदा होगा तो उन्होंने राजनीति के अपने नजरिये को स्पष्टï करते हुए कहा कि मेरी सियासत में व्यक्तिगत फायदे के लिए स्थान नहीं है। राहुल ने जहां एक ओर यह स्वीकार किया कि उनकी पार्टी भी कुछ गलत लोगों को चुनाव में टिकिट दे देती है वहीं दूसरी ओर उन्होंने यह कहकर युवाओं के दिल को झकझोर दिया कि आखिर ऐसे प्रत्याशियों को पराजित कर आप अपनी लोकतांत्रिक जिम्मेदारी क्यों नहीं निभाते।उन्होंने युवाओं को राजनीति में आने की खुली दावत देते हुए कहा कि अच्छे एवं प्रतिभाशाली युवकों के लिए युवक कांग्रेस के दरवाजे खुले हुए हैं और उन्हें इसके लिए किसी सहारे की कोई जरूरत नही है। दरअसल अब युवक कांग्रेस में मनोनयन से पद भरने का युग खत्म हो चला है और चुनाव प्रक्रिया नियमित कर दी गई है जिसके कारण पार्टी में शामिल होने वाले नए युवाओं को भी उच्च पदों पर पहुंचने का मौका मिल सके। एनएसयूआई एवं युवक कांग्रेस में अपराधियों को मौजूदगी पर उन्होंने दो टूक कहा कि उनकी कोशिश तो यही है कि अब कम से कम कांग्रेस में अपराधियों को प्रवेश न मिल पाए। उन्होंने अपने मध्यप्रदेश दौरे में अपने ईमानदारी भरे बयानों से युवकों के दिल में जगह बनाने में कुछ कामयाबी अवश्य हासिल की है हालांकि युवाओं के कांग्रेस से जुड़ाव की उनकी मुहिम की सफलता कांग्रेस की खुद की छवि ,कार्यशैली और उसके नेतृत्व में चल रही केंद्र सरकार की उपलब्धियों पर भी निर्भर करेगी।
-सर्वदमन पाठक

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